Original

एवं ब्रुवन्त्यां सीतायां लक्ष्मणो दीनचेतनः ।शिरसा धरणीं गत्वा व्याहर्तुं न शशाक ह ॥ १३ ॥

Segmented

एवम् ब्रुवन्त्याम् सीतायाम् लक्ष्मणो दीन-चेतनः शिरसा धरणीम् गत्वा व्याहर्तुम् न शशाक ह

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
ब्रुवन्त्याम् ब्रू pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part
सीतायाम् सीता pos=n,g=f,c=7,n=s
लक्ष्मणो लक्ष्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
दीन दीन pos=a,comp=y
चेतनः चेतना pos=n,g=m,c=1,n=s
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
धरणीम् धरणी pos=n,g=f,c=2,n=s
गत्वा गम् pos=vi
व्याहर्तुम् व्याहृ pos=vi
pos=i
शशाक शक् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i