Original

रुदन्तं प्राञ्जलिं दृष्ट्वा काङ्क्षन्तं मृत्युमात्मनः ।मैथिली भृशसंविग्ना लक्ष्मणं वाक्यमब्रवीत् ॥ ७ ॥

Segmented

रुदन्तम् प्राञ्जलिम् दृष्ट्वा काङ्क्षन्तम् मृत्युम् आत्मनः मैथिली भृश-संविग्ना लक्ष्मणम् वाक्यम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
रुदन्तम् रुद् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
प्राञ्जलिम् प्राञ्जलि pos=a,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
काङ्क्षन्तम् काङ्क्ष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
मृत्युम् मृत्यु pos=n,g=m,c=2,n=s
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
भृश भृश pos=a,comp=y
संविग्ना संविज् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
लक्ष्मणम् लक्ष्मण pos=n,g=m,c=2,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan