Original

लक्ष्मणोऽर्थं तु तं श्रुत्वा शिरसा वन्द्य मैथिलीम् ।शिवमित्यब्रवीद्धृष्टो हृदयेन विशुष्यता ॥ १६ ॥

Segmented

लक्ष्मणो ऽर्थम् तु तम् श्रुत्वा शिरसा वन्द्य मैथिलीम् शिवम् इति अब्रवीत् धृष्टो हृदयेन विशुष्यता

Analysis

Word Lemma Parse
लक्ष्मणो लक्ष्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
वन्द्य वन्द् pos=vi
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s
शिवम् शिव pos=n,g=n,c=1,n=s
इति इति pos=i
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
धृष्टो धृष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
हृदयेन हृदय pos=n,g=n,c=3,n=s
विशुष्यता विशुष् pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part