रामायणम् — 7.44.14
Original
Segmented
तस्माद् भवन्तः पश्यन्तु पतितम् शोक-सागरे न हि पश्यामि अहम् भूयः किंचिद् दुःखम् अतो ऽधिकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
भवन्तः | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पश्यन्तु | पश् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
पतितम् | पत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
सागरे | सागर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भूयः | भूयस् | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अतो | अतस् | pos=i |
ऽधिकम् | अधिक | pos=a,g=n,c=2,n=s |