रामायणम् — 7.44.12
Original
Segmented
अकीर्तिः निन्द्यते दैवैः कीर्तिः देवेषु पूज्यते कीर्ति-अर्थम् च समारम्भः सर्व एव महात्मनाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अकीर्तिः | अकीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
निन्द्यते | निन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दैवैः | दैव | pos=a,g=m,c=3,n=p |
कीर्तिः | कीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
देवेषु | देव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
पूज्यते | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कीर्ति | कीर्ति | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
समारम्भः | समारम्भ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
महात्मनाम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |