रामायणम् — 7.4.25
Original
Segmented
तम् उत्सृज्य तु सा गर्भम् विद्युत्केशाद् रत-अर्थिनी रेमे सा पतिना सार्धम् विस्मृत्य सुतम् आत्मजम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गर्भम् | गर्भ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विद्युत्केशाद् | विद्युत्केशिन् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
रत | रत | pos=n,comp=y |
अर्थिनी | अर्थिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
रेमे | रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पतिना | पति | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
विस्मृत्य | विस्मृ | pos=vi |
सुतम् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |