रामायणम् — 7.38.4
Original
Segmented
भरतेन वयम् पश्चात् समानीता निरर्थकम् हता हि राक्षसाः तत्र पार्थिवैः स्युः न संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भरतेन | भरत | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
समानीता | समानी | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
निरर्थकम् | निरर्थक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
हता | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
हि | हि | pos=i |
राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
पार्थिवैः | पार्थिव | pos=a,g=n,c=3,n=p |
स्युः | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |