रामायणम् — 7.38.15
Original
Segmented
एवम् तेषाम् निवसताम् मासः साग्रो गतः तदा मुहूर्तम् इव तत् सर्वम् राम-भक्त्या समर्थयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
निवसताम् | निवस् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
मासः | मास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
साग्रो | साग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राम | राम | pos=n,comp=y |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
समर्थयन् | समर्थय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |