रामायणम् — 7.36.41
Original
Segmented
पराक्रम-उत्साह-मति-प्रतापैः सौशील्य-माधुर्य-नय-अनयैः च गाम्भीर्य-चातुर्य-सु वीर्य-धैर्यैः हनूमतः को अपि अधिकः ऽस्ति लोके
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पराक्रम | पराक्रम | pos=n,comp=y |
उत्साह | उत्साह | pos=n,comp=y |
मति | मति | pos=n,comp=y |
प्रतापैः | प्रताप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सौशील्य | सौशील्य | pos=n,comp=y |
माधुर्य | माधुर्य | pos=n,comp=y |
नय | नय | pos=n,comp=y |
अनयैः | अनय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
गाम्भीर्य | गाम्भीर्य | pos=n,comp=y |
चातुर्य | चातुर्य | pos=n,comp=y |
सु | सु | pos=i |
वीर्य | वीर्य | pos=n,comp=y |
धैर्यैः | धैर्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
हनूमतः | हनुमन्त् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अधिकः | अधिक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |