रामायणम् — 7.36.33
Original
Segmented
बाधसे यत् समाश्रित्य बलम् अस्मान् प्लवंगम तद् दीर्घ-कालम् वेत्तासि न नः शाप-मोहितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बाधसे | बाध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
यत् | यत् | pos=i |
समाश्रित्य | समाश्रि | pos=vi |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अस्मान् | मद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्लवंगम | प्लवंगम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दीर्घ | दीर्घ | pos=a,comp=y |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वेत्तासि | विद् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
न | न | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
शाप | शाप | pos=n,comp=y |
मोहितः | मोहय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |