Original

ततः स राजा पिशिताशनानां सहस्रबाहोरुपलभ्य मैत्रीम् ।पुनर्नराणां कदनं चकार चचार सर्वां पृथिवीं च दर्पात् ॥ २३ ॥

Segmented

ततः स राजा पिशिताशनानाम् सहस्रबाहोः उपलभ्य मैत्रीम् पुनः नराणाम् कदनम् चकार चचार सर्वाम् पृथिवीम् च दर्पात्

Analysis

Word Lemma Parse
ततः ततस् pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
पिशिताशनानाम् पिशिताशन pos=n,g=m,c=6,n=p
सहस्रबाहोः सहस्रबाहु pos=n,g=m,c=6,n=s
उपलभ्य उपलभ् pos=vi
मैत्रीम् मैत्री pos=n,g=f,c=2,n=s
पुनः पुनर् pos=i
नराणाम् नर pos=n,g=m,c=6,n=p
कदनम् कदन pos=n,g=n,c=2,n=s
चकार कृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
चचार चर् pos=v,p=3,n=s,l=lit
सर्वाम् सर्व pos=n,g=f,c=2,n=s
पृथिवीम् पृथिवी pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
दर्पात् दर्प pos=n,g=m,c=5,n=s