रामायणम् — 7.33.23
Original
Segmented
ततः स राजा पिशिताशनानाम् सहस्रबाहोः उपलभ्य मैत्रीम् पुनः नराणाम् कदनम् चकार चचार सर्वाम् पृथिवीम् च दर्पात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पिशिताशनानाम् | पिशिताशन | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सहस्रबाहोः | सहस्रबाहु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उपलभ्य | उपलभ् | pos=vi |
मैत्रीम् | मैत्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
नराणाम् | नर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
कदनम् | कदन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
चचार | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सर्वाम् | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
दर्पात् | दर्प | pos=n,g=m,c=5,n=s |