रामायणम् — 7.32.48
Original
Segmented
अपक्रान्तेषु अमात्येषु प्रहस्ते च निपातिते रावणो ऽभ्यद्रवत् तूर्णम् अर्जुनम् नृप-सत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपक्रान्तेषु | अपक्रम् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
अमात्येषु | अमात्य | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रहस्ते | प्रहस्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
निपातिते | निपातय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
रावणो | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभ्यद्रवत् | अभिद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
अर्जुनम् | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
सत्तमम् | सत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |