रामायणम् — 7.32.13
Original
Segmented
अर्ध-योजन-मात्रम् तु गत्वा तौ तु निशाचरौ पश्येताम् पुरुषम् तोये क्रीडन्तम् सहयोषितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अर्ध | अर्ध | pos=a,comp=y |
योजन | योजन | pos=n,comp=y |
मात्रम् | मात्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
गत्वा | गम् | pos=vi |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
तु | तु | pos=i |
निशाचरौ | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=d |
पश्येताम् | पश् | pos=v,p=3,n=d,l=vidhilin |
पुरुषम् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तोये | तोय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
क्रीडन्तम् | क्रीड् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सहयोषितम् | सहयोषित् | pos=a,g=m,c=2,n=s |