रामायणम् — 7.30.37
Original
Segmented
तदा प्रभृति भूयिष्ठम् प्रजा रूप-समन्वित शाप-उत्सर्गात् हि तस्य इदम् मुनेः सर्वम् उपागतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तदा | तदा | pos=i |
प्रभृति | प्रभृति | pos=i |
भूयिष्ठम् | भूयिष्ठ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रजा | प्रजा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
रूप | रूप | pos=n,comp=y |
समन्वित | समन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=p |
शाप | शाप | pos=n,comp=y |
उत्सर्गात् | उत्सर्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
हि | हि | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मुनेः | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उपागतम् | उपागम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |