रामायणम् — 7.30.27
Original
Segmented
सा त्वया धर्षिता शक्र काम् आर्तेन स मन्युना दृष्टः त्वम् च तदा तेन आश्रमे परम-ऋषिणा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
धर्षिता | धर्षय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
शक्र | शक्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
काम् | क | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आर्तेन | आर्त | pos=a,g=m,c=3,n=s |
स | स | pos=i |
मन्युना | मन्यु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
दृष्टः | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
ऋषिणा | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=s |