रामायणम् — 7.30.10
Original
Segmented
अथ अब्रवीत् स तत्रस्थम् इन्द्रजित् पद्मसंभवम् श्रूयताम् या भवेत् सिद्धिः शतक्रतु-विमोक्षणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्रस्थम् | तत्रस्थ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
इन्द्रजित् | इन्द्रजित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पद्मसंभवम् | पद्मसंभव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रूयताम् | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सिद्धिः | सिद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
शतक्रतु | शतक्रतु | pos=n,comp=y |
विमोक्षणे | विमोक्षण | pos=n,g=n,c=7,n=s |