रामायणम् — 7.3.15
Original
Segmented
ततो ऽब्रवीद् वैश्रवणम् परितुष्टेन चेतसा ब्रह्मा सुर-गणैः सार्धम् बाढम् इति एव हृष्ट-वत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वैश्रवणम् | वैश्रवण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परितुष्टेन | परितुष् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
चेतसा | चेतस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
ब्रह्मा | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुर | सुर | pos=n,comp=y |
गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
बाढम् | बाढ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
एव | एव | pos=i |
हृष्ट | हृष् | pos=va,comp=y,f=part |
वत् | वत् | pos=i |