Original

यथेष्टं भुङ्क्ष्व त्रैलोक्यं निगृह्य रिपुमोजसा ।वृथा ते किं श्रमं कृत्वा युद्धं हि तव निष्फलम् ॥ ३५ ॥

Segmented

यथेष्टम् भुङ्क्ष्व त्रैलोक्यम् निगृह्य रिपुम् ओजसा वृथा ते किम् श्रमम् कृत्वा युद्धम् हि तव निष्फलम्

Analysis

Word Lemma Parse
यथेष्टम् यथेष्ट pos=a,g=n,c=2,n=s
भुङ्क्ष्व भुज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
त्रैलोक्यम् त्रैलोक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
निगृह्य निग्रह् pos=vi
रिपुम् रिपु pos=n,g=m,c=2,n=s
ओजसा ओजस् pos=n,g=n,c=3,n=s
वृथा वृथा pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रमम् श्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
कृत्वा कृ pos=vi
युद्धम् युद्ध pos=n,g=n,c=1,n=s
हि हि pos=i
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
निष्फलम् निष्फल pos=a,g=n,c=1,n=s