Original

स तु माया बलाद्रक्षः संग्रामे नाभ्यदृश्यत ।किरमाणः शरौघेन महेन्द्रममितौजसं ॥ २७ ॥

Segmented

स तु माया-बलात् रक्षः संग्रामे न अभ्यदृश्यत किरमाणः शर-ओघेन महा-इन्द्रम् अमित-ओजसम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
माया माया pos=n,comp=y
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
रक्षः रक्षस् pos=n,g=n,c=1,n=s
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
pos=i
अभ्यदृश्यत अभिदृश् pos=v,p=3,n=s,l=lan
किरमाणः कृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
शर शर pos=n,comp=y
ओघेन ओघ pos=n,g=m,c=3,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
इन्द्रम् इन्द्र pos=n,g=m,c=2,n=s
अमित अमित pos=a,comp=y
ओजसम् ओजस् pos=n,g=m,c=2,n=s