रामायणम् — 7.26.47
Original
Segmented
श्रुत्वा तु स दशग्रीवः तम् शापम् रोम-हर्षणम् नारीषु मैथुनम् भावम् न अकाम अभ्यरोचयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दशग्रीवः | दशग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शापम् | शाप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रोम | रोमन् | pos=n,comp=y |
हर्षणम् | हर्षण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
नारीषु | नारी | pos=n,g=f,c=7,n=p |
मैथुनम् | मैथुन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भावम् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अकाम | अकाम | pos=a,g=f,c=7,n=p |
अभ्यरोचयत् | अभिरोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |