रामायणम् — 7.26.44
Original
Segmented
यदा तु अकामाम् काम-आर्तः धर्षयिष्यति योषितम् मूर्धा तु सप्तधा तस्य शकलीभविता तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
तु | तु | pos=i |
अकामाम् | अकाम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
काम | काम | pos=n,comp=y |
आर्तः | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धर्षयिष्यति | धर्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
योषितम् | योषित् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
मूर्धा | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
सप्तधा | सप्तधा | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शकलीभविता | शकलीभू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
तदा | तदा | pos=i |