रामायणम् — 7.26.42
Original
Segmented
गृहीत्वा सलिलम् दिव्यम् उपस्पृश्य यथाविधि उत्ससर्ज तदा शापम् राक्षस-इन्द्राय दारुणम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
सलिलम् | सलिल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
उपस्पृश्य | उपस्पृश् | pos=vi |
यथाविधि | यथाविधि | pos=i |
उत्ससर्ज | उत्सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तदा | तदा | pos=i |
शापम् | शाप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
इन्द्राय | इन्द्र | pos=n,g=m,c=4,n=s |
दारुणम् | दारुण | pos=a,g=m,c=2,n=s |