रामायणम् — 7.25.3
Original
Segmented
तत्र यूप-शत-आकीर्णम् सौम्य-चैत्य-उपशोभितम् ददर्श विष्ठितम् यज्ञम् संप्रदीप्तम् इव श्रिया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
यूप | यूप | pos=n,comp=y |
शत | शत | pos=n,comp=y |
आकीर्णम् | आकृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सौम्य | सौम्य | pos=a,comp=y |
चैत्य | चैत्य | pos=n,comp=y |
उपशोभितम् | उपशोभय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विष्ठितम् | विष्ठा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संप्रदीप्तम् | संप्रदीप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
श्रिया | श्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |