रामायणम् — 7.25.22
Original
Segmented
विभीषणः तु संक्रुद्धो भ्रातरम् वाक्यम् अब्रवीत् श्रूयताम् अस्य पापस्य कर्मणः फलम् आगतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विभीषणः | विभीषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
संक्रुद्धो | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
श्रूयताम् | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
पापस्य | पाप | pos=a,g=n,c=6,n=s |
कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आगतम् | आगम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |