Original

ज्ञातीन्वै धर्षयित्वेमास्त्वयानीता वराङ्गनाः ।त्वामतिक्रम्य मधुना राजन्कुम्भीनसी हृता ॥ २० ॥

Segmented

ज्ञातीन् वै धर्षयित्वा इमाः त्वया आनी वर-अङ्गनाः त्वाम् अतिक्रम्य मधुना राजन् कुम्भीनसी हृता

Analysis

Word Lemma Parse
ज्ञातीन् ज्ञाति pos=n,g=m,c=2,n=p
वै वै pos=i
धर्षयित्वा धर्षय् pos=vi
इमाः इदम् pos=n,g=f,c=1,n=p
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
आनी आनी pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part
वर वर pos=a,comp=y
अङ्गनाः अङ्गना pos=n,g=f,c=1,n=p
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
अतिक्रम्य अतिक्रम् pos=vi
मधुना मधु pos=n,g=m,c=3,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
कुम्भीनसी कुम्भीनसी pos=n,g=f,c=1,n=s
हृता हृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part