Original

तुल्यमग्न्यर्चिषां तत्र शोकाग्निभयसंभवम् ।प्रवेपमाना दुःखार्ता मुमुचुर्बाष्पजं जलम् ॥ ५ ॥

Segmented

तुल्यम् अग्नि-अर्चिस् तत्र शोक-अग्नि-भय-सम्भवम् प्रवेपमाना दुःख-आर्त मुमुचुः बाष्प-जम् जलम्

Analysis

Word Lemma Parse
तुल्यम् तुल्य pos=a,g=n,c=1,n=s
अग्नि अग्नि pos=n,comp=y
अर्चिस् अर्चिस् pos=n,g=n,c=6,n=p
तत्र तत्र pos=i
शोक शोक pos=n,comp=y
अग्नि अग्नि pos=n,comp=y
भय भय pos=n,comp=y
सम्भवम् सम्भव pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रवेपमाना प्रविप् pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part
दुःख दुःख pos=n,comp=y
आर्त आर्त pos=a,g=f,c=1,n=p
मुमुचुः मुच् pos=v,p=3,n=p,l=lit
बाष्प बाष्प pos=n,comp=y
जम् pos=a,g=n,c=2,n=s
जलम् जल pos=n,g=n,c=2,n=s