रामायणम् — 7.24.34
Original
Segmented
स तैः सर्वैः परिवृतो राक्षसैः घोर-दर्शनैः खरः सम्प्रययौ शीघ्रम् दण्डकान् अकुतोभयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
परिवृतो | परिवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राक्षसैः | राक्षस | pos=n,g=m,c=3,n=p |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
दर्शनैः | दर्शन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
खरः | खर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सम्प्रययौ | सम्प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
दण्डकान् | दण्डक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अकुतोभयः | अकुतोभय | pos=a,g=m,c=1,n=s |