रामायणम् — 7.24.27
Original
Segmented
युद्धे प्रमत्तो व्याक्षिप्तो जय-काङ्क्षी क्षिपन् शरान् न अवगच्छामि युद्धेषु स्वान् परान् वा अपि अहम् शुभे तेन असौ निहतः संख्ये मया भर्ता तव स्वसः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रमत्तो | प्रमद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
व्याक्षिप्तो | व्याक्षिप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जय | जय | pos=n,comp=y |
काङ्क्षी | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
क्षिपन् | क्षिप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शरान् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
न | न | pos=i |
अवगच्छामि | अवगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
युद्धेषु | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=p |
स्वान् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=p |
परान् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
शुभे | शुभ | pos=a,g=f,c=8,n=s |
तेन | तेन | pos=i |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निहतः | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
स्वसः | स्वसृ | pos=n,g=f,c=8,n=s |