Original

निवर्तमानः संहृष्टो रावणः स दुरात्मवान् ।जह्रे पथि नरेन्द्रर्षिदेवगन्धर्वकन्यकाः ॥ १ ॥

Segmented

निवर्तमानः संहृष्टो रावणः स दुरात्मवान् जह्रे पथि नरेन्द्र-ऋषि-देव-गन्धर्व-कन्यकाः

Analysis

Word Lemma Parse
निवर्तमानः निवृत् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
संहृष्टो संहृष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
रावणः रावण pos=n,g=m,c=1,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
दुरात्मवान् दुरात्मवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
जह्रे हृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
पथि पथिन् pos=n,g=m,c=7,n=s
नरेन्द्र नरेन्द्र pos=n,comp=y
ऋषि ऋषि pos=n,comp=y
देव देव pos=n,comp=y
गन्धर्व गन्धर्व pos=n,comp=y
कन्यकाः कन्यका pos=n,g=f,c=2,n=p