रामायणम् — 7.22.28
Original
Segmented
यस्य पार्श्वेषु निश्छिद्राः कालपाशाः प्रतिष्ठिताः पावक-स्पर्श-संकाशः मुद्गरो मूर्तिमान् स्थितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पार्श्वेषु | पार्श्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
निश्छिद्राः | निश्छिद्र | pos=a,g=m,c=1,n=p |
कालपाशाः | कालपाश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रतिष्ठिताः | प्रतिष्ठा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पावक | पावक | pos=n,comp=y |
स्पर्श | स्पर्श | pos=n,comp=y |
संकाशः | संकाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुद्गरो | मुद्गर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मूर्तिमान् | मूर्तिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्थितः | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |