रामायणम् — 7.20.5
Original
Segmented
किंचिद् वक्ष्यामि तावत् ते श्रोतव्यम् श्रोष्यसे यदि श्रुत्वा च अनन्तरम् कार्यम् त्वया राक्षस-पुंगवैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वक्ष्यामि | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
तावत् | तावत् | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
श्रोतव्यम् | श्रु | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
श्रोष्यसे | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
यदि | यदि | pos=i |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
च | च | pos=i |
अनन्तरम् | अनन्तरम् | pos=i |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
पुंगवैः | पुंगव | pos=n,g=m,c=8,n=s |