Original

मया हि भगवन्क्रोधात्प्रतिज्ञातं रणार्थिना ।अवजेष्यामि चतुरो लोकपालानिति प्रभो ॥ १८ ॥

Segmented

मया हि भगवन् क्रोधात् प्रतिज्ञातम् रण-अर्थिना अवजेष्यामि चतुरो लोकपालान् इति प्रभो

Analysis

Word Lemma Parse
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
हि हि pos=i
भगवन् भगवत् pos=a,g=m,c=8,n=s
क्रोधात् क्रोध pos=n,g=m,c=5,n=s
प्रतिज्ञातम् प्रतिज्ञा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
रण रण pos=n,comp=y
अर्थिना अर्थिन् pos=a,g=m,c=3,n=s
अवजेष्यामि अवजि pos=v,p=1,n=s,l=lrt
चतुरो चतुर् pos=n,g=m,c=2,n=p
लोकपालान् लोकपाल pos=n,g=m,c=2,n=p
इति इति pos=i
प्रभो प्रभु pos=n,g=m,c=8,n=s