Original

तत्किमेवं परिक्लिश्य लोकं मोहनिराकृतम् ।जित एव त्वया सौम्य मर्त्यलोको न संशयः ॥ १० ॥

Segmented

तत् किम् एवम् परिक्लिश्य लोकम् मोह-निराकृतम् जित एव त्वया सौम्य मर्त्य-लोकः न संशयः

Analysis

Word Lemma Parse
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
एवम् एवम् pos=i
परिक्लिश्य परिक्लिश् pos=vi
लोकम् लोक pos=n,g=m,c=2,n=s
मोह मोह pos=n,comp=y
निराकृतम् निराकृ pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
जित जि pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
एव एव pos=i
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
सौम्य सौम्य pos=a,g=m,c=8,n=s
मर्त्य मर्त्य pos=n,comp=y
लोकः लोक pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
संशयः संशय pos=n,g=m,c=1,n=s