रामायणम् — 7.18.8
Original
Segmented
अकुतूहल-भावेन प्रीतो ऽस्मि तव पार्थिव धनदस्य अनुजम् यो माम् न अवगच्छसि रावणम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अकुतूहल | अकुतूहल | pos=a,comp=y |
भावेन | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धनदस्य | धनद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अनुजम् | अनुज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अवगच्छसि | अवगम् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |