रामायणम् — 7.18.18
Original
Segmented
तान् भक्षयित्वा तत्रस्थान् महा-ऋषीन् यज्ञम् आगतान् वितृप्तो रुधिरैः तेषाम् पुनः सम्प्रययौ महीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भक्षयित्वा | भक्षय् | pos=vi |
तत्रस्थान् | तत्रस्थ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषीन् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगतान् | आगम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
वितृप्तो | वितृप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
रुधिरैः | रुधिर | pos=n,g=n,c=3,n=p |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
सम्प्रययौ | सम्प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |