Original

प्रविष्टायां हुताशं तु वेदवत्यां स रावणः ।पुष्पकं तत्समारुह्य परिचक्राम मेदिनीम् ॥ १ ॥

Segmented

प्रविष्टायाम् हुताशम् तु वेदवत्याम् स रावणः पुष्पकम् तत् समारुह्य परिचक्राम मेदिनीम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रविष्टायाम् प्रविश् pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part
हुताशम् हुताश pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
वेदवत्याम् वेदवती pos=n,g=f,c=7,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
रावणः रावण pos=n,g=m,c=1,n=s
पुष्पकम् पुष्पक pos=n,g=n,c=2,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
समारुह्य समारुह् pos=vi
परिचक्राम परिक्रम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मेदिनीम् मेदिनी pos=n,g=f,c=2,n=s