Original

पितुस्तु मम जामाता विष्णुः किल सुरोत्तमः ।अभिप्रेतस्त्रिलोकेशस्तस्मान्नान्यस्य मे पिता ॥ ११ ॥

Segmented

पितुः तु मम जामाता विष्णुः किल सुरोत्तमः अभिप्रेतः त्रिलोक-ईशः तस्मात् न अन्यस्य मे पिता

Analysis

Word Lemma Parse
पितुः पितृ pos=n,g=m,c=6,n=s
तु तु pos=i
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
जामाता जामातृ pos=n,g=m,c=1,n=s
विष्णुः विष्णु pos=n,g=m,c=1,n=s
किल किल pos=i
सुरोत्तमः सुरोत्तम pos=n,g=m,c=1,n=s
अभिप्रेतः अभिप्रे pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
त्रिलोक त्रिलोक pos=n,comp=y
ईशः ईश pos=n,g=m,c=1,n=s
तस्मात् तस्मात् pos=i
pos=i
अन्यस्य अन्य pos=n,g=m,c=6,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पिता पितृ pos=n,g=m,c=1,n=s