रामायणम् — 7.16.26
Original
Segmented
प्रीतो ऽस्मि तव वीर्यात् च शौण्डीर्यात् च निशाचर रवतो वेदना-मुक्तः स्वरः परम-दारुणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वीर्यात् | वीर्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
शौण्डीर्यात् | शौण्डीर्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
निशाचर | निशाचर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
रवतो | रव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
वेदना | वेदना | pos=n,comp=y |
मुक्तः | मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्वरः | स्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
दारुणः | दारुण | pos=a,g=m,c=1,n=s |