रामायणम् — 7.11.38
Original
Segmented
प्रहस्तः तु दशग्रीवम् गत्वा सर्वम् न्यवेदयत् शून्या सा नगरी लङ्का त्रिंशत्-योजनम् आयता प्रविश्य ताम् सह अस्माभिः स्वधर्मम् तत्र पालय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रहस्तः | प्रहस्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
दशग्रीवम् | दशग्रीव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गत्वा | गम् | pos=vi |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न्यवेदयत् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
शून्या | शून्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
नगरी | नगरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
लङ्का | लङ्का | pos=n,g=f,c=1,n=s |
त्रिंशत् | त्रिंशत् | pos=n,comp=y |
योजनम् | योजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आयता | आयम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सह | सह | pos=i |
अस्माभिः | मद् | pos=n,g=,c=3,n=p |
स्वधर्मम् | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
पालय | पालय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |