Original

निहत्य तांस्तु समरे विष्णुना प्रभविष्णुना ।देवानां वशमानीतं त्रैलोक्यमिदमव्ययम् ॥ १६ ॥

Segmented

निहत्य तान् तु समरे विष्णुना प्रभविष्णुना देवानाम् वशम् आनीतम् त्रैलोक्यम् इदम् अव्ययम्

Analysis

Word Lemma Parse
निहत्य निहन् pos=vi
तान् तद् pos=n,g=m,c=2,n=p
तु तु pos=i
समरे समर pos=n,g=n,c=7,n=s
विष्णुना विष्णु pos=n,g=m,c=3,n=s
प्रभविष्णुना प्रभविष्णु pos=a,g=m,c=3,n=s
देवानाम् देव pos=n,g=m,c=6,n=p
वशम् वश pos=n,g=m,c=2,n=s
आनीतम् आनी pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
त्रैलोक्यम् त्रैलोक्य pos=n,g=n,c=1,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
अव्ययम् अव्यय pos=a,g=n,c=1,n=s