रामायणम् — 7.10.42
Original
Segmented
एवम् लब्ध-वराः सर्वे भ्रातरो दीप्त-तेजसः श्लेष्मातकवनम् गत्वा तत्र ते न्यवसन् सुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
लब्ध | लभ् | pos=va,comp=y,f=part |
वराः | वर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भ्रातरो | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दीप्त | दीप् | pos=va,comp=y,f=part |
तेजसः | तेजस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
श्लेष्मातकवनम् | श्लेष्मातकवन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गत्वा | गम् | pos=vi |
तत्र | तत्र | pos=i |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न्यवसन् | निवस् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
सुखम् | सुखम् | pos=i |