रामायणम् — 7.10.34
Original
Segmented
वर-व्याजेन मोहो ऽस्मै दीयताम् अमित-प्रभ लोकानाम् स्वस्ति च एव स्याद् भवेद् अस्य च संनतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वर | वर | pos=n,comp=y |
व्याजेन | व्याज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
मोहो | मोह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्मै | इदम् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
दीयताम् | दा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
अमित | अमित | pos=a,comp=y |
प्रभ | प्रभा | pos=n,g=m,c=8,n=s |
लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
संनतिः | संनति | pos=n,g=f,c=1,n=s |