Original

एष मे परमोदार वरः परमको मतः ।न हि धर्माभिरक्तानां लोके किंचन दुर्लभम् ॥ २८ ॥

Segmented

एष मे परम-उदारैः वरः परमको मतः न हि धर्म-अभिरक्तानाम् लोके किंचन दुर्लभम्

Analysis

Word Lemma Parse
एष एतद् pos=n,g=m,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
परम परम pos=a,comp=y
उदारैः उदार pos=a,g=m,c=8,n=s
वरः वर pos=n,g=m,c=1,n=s
परमको परमक pos=a,g=m,c=1,n=s
मतः मन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
pos=i
हि हि pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
अभिरक्तानाम् अभिरञ्ज् pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
किंचन कश्चन pos=n,g=n,c=1,n=s
दुर्लभम् दुर्लभ pos=a,g=n,c=1,n=s