Original

तवापि मे प्रियं कार्यं त्वत्प्रभवाच्च मे जितम् ।अवश्यं तु क्षमं वाच्यो मया त्वं राक्षसेश्वर ॥ ३६ ॥

Segmented

ते अपि मे प्रियम् कार्यम् त्वद्-प्रभवात् च मे जितम् अवश्यम् तु क्षमम् वाच्यो मया त्वम् राक्षस-ईश्वर

Analysis

Word Lemma Parse
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
अपि अपि pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
प्रियम् प्रिय pos=a,g=n,c=1,n=s
कार्यम् कार्य pos=n,g=n,c=1,n=s
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
प्रभवात् प्रभव pos=n,g=m,c=5,n=s
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
जितम् जि pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अवश्यम् अवश्यम् pos=i
तु तु pos=i
क्षमम् क्षम pos=a,g=n,c=2,n=s
वाच्यो वच् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
राक्षस राक्षस pos=n,comp=y
ईश्वर ईश्वर pos=n,g=m,c=8,n=s