रामायणम् — 6.99.25
Original
Segmented
नील-जीमूत-संकाशः पीत-अम्बर-शुभ-अङ्गदः सर्व-गात्राणि विक्षिप्य किम् शेषे रुधिर-आप्लुतः प्रसुप्त इव शोक-आर्ताम् किम् माम् न प्रतिभाषसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नील | नील | pos=a,comp=y |
जीमूत | जीमूत | pos=n,comp=y |
संकाशः | संकाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पीत | पीत | pos=a,comp=y |
अम्बर | अम्बर | pos=n,comp=y |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
अङ्गदः | अङ्गद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
गात्राणि | गात्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
विक्षिप्य | विक्षिप् | pos=vi |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शेषे | शी | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
रुधिर | रुधिर | pos=n,comp=y |
आप्लुतः | आप्लु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रसुप्त | प्रस्वप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
आर्ताम् | आर्त | pos=a,g=f,c=2,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
प्रतिभाषसे | प्रतिभाष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |