रामायणम् — 6.98.8
Original
Segmented
बहु-मानात् परिष्वज्य काचिद् एनम् रुरोद ह चरणौ काचिद् आलिङ्ग्य काचित् कण्ठे ऽवलम्ब्य च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मानात् | मान | pos=n,g=m,c=5,n=s |
परिष्वज्य | परिष्वज् | pos=vi |
काचिद् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रुरोद | रुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |
चरणौ | चरण | pos=n,g=m,c=2,n=d |
काचिद् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
आलिङ्ग्य | आलिङ्गय् | pos=vi |
काचित् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कण्ठे | कण्ठ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽवलम्ब्य | अवलम्ब् | pos=vi |
च | च | pos=i |