Original

निपपातान्तरिक्षाच्च पुष्पवृष्टिस्तदा भुवि ।किरन्ती राघवरथं दुरवापा मनोहराः ॥ २७ ॥

Segmented

निपपात अन्तरिक्षात् च पुष्प-वृष्टिः तदा भुवि किरन्ती राघव-रथम् दुरवापा मनोहराः

Analysis

Word Lemma Parse
निपपात निपत् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अन्तरिक्षात् अन्तरिक्ष pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
पुष्प पुष्प pos=n,comp=y
वृष्टिः वृष्टि pos=n,g=f,c=1,n=s
तदा तदा pos=i
भुवि भू pos=n,g=f,c=7,n=s
किरन्ती कृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
राघव राघव pos=n,comp=y
रथम् रथ pos=n,g=m,c=2,n=s
दुरवापा दुरवाप pos=a,g=f,c=2,n=p
मनोहराः मनोहरा pos=n,g=f,c=2,n=p