Original

स रावणाय संक्रुद्धो भृशमायम्य कार्मुकम् ।चिक्षेप परमायत्तस्तं शरं मर्मघातिनम् ॥ १५ ॥

Segmented

स रावणाय संक्रुद्धो भृशम् आयम्य कार्मुकम् चिक्षेप परम् आयत्तः तम् शरम् मर्म-घातिनम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
रावणाय रावण pos=n,g=m,c=4,n=s
संक्रुद्धो संक्रुध् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
भृशम् भृशम् pos=i
आयम्य आयम् pos=vi
कार्मुकम् कार्मुक pos=n,g=n,c=2,n=s
चिक्षेप क्षिप् pos=v,p=3,n=s,l=lit
परम् पर pos=n,g=m,c=2,n=s
आयत्तः आयत् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
शरम् शर pos=n,g=m,c=2,n=s
मर्म मर्मन् pos=n,comp=y
घातिनम् घातिन् pos=a,g=m,c=2,n=s