Original

छिन्नमात्रं च तच्छीर्षं पुनरन्यत्स्म दृश्यते ।तदप्यशनिसंकाशैश्छिन्नं रामेण सायकैः ॥ २३ ॥

Segmented

छिन्न-मात्रम् च तत् शीर्षम् पुनः अन्यत् स्म दृश्यते तद् अपि अशनि-संकाशैः छिन्नम् रामेण सायकैः

Analysis

Word Lemma Parse
छिन्न छिद् pos=va,comp=y,f=part
मात्रम् मात्र pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
शीर्षम् शीर्ष pos=n,g=n,c=1,n=s
पुनः पुनर् pos=i
अन्यत् अन्य pos=n,g=n,c=1,n=s
स्म स्म pos=i
दृश्यते दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lat
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अपि अपि pos=i
अशनि अशनि pos=n,comp=y
संकाशैः संकाश pos=n,g=m,c=3,n=p
छिन्नम् छिद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
रामेण राम pos=n,g=m,c=3,n=s
सायकैः सायक pos=n,g=m,c=3,n=p