रामायणम् — 6.94.26
Original
Segmented
जघनेभ्यः स्फुलिङ्गान् च नेत्रेभ्यो ऽश्रूणि संततम् मुमुचुः तस्य तुरगाः तुल्यम् अग्निम् च वारि च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जघनेभ्यः | जघन | pos=n,g=m,c=5,n=p |
स्फुलिङ्गान् | स्फुलिङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
नेत्रेभ्यो | नेत्र | pos=n,g=m,c=5,n=p |
ऽश्रूणि | अश्रु | pos=n,g=n,c=2,n=p |
संततम् | संततम् | pos=i |
मुमुचुः | मुच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तुरगाः | तुरग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तुल्यम् | तुल्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
वारि | वारि | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |